बाजार के जाने-माने एक्सपर्ट उदयन मुखर्जी का कहना है कि आइडिया में पहले ही तेजी हो चुकी है और अगले 1-2 दिनों तक डील प्राइसिंग के आधार पर ही आइडिया का शेयर चल सकता है। मध्यम अवधि में डील की प्राइसिंग या फिर आदित्य बिड़ला ग्रुप का जो 130 रुपये प्रति शेयर का कॉल ऑप्शंस है उस पर आइडिया का शेयर प्राइस मुमेंट ज्यादा निर्भर रहेगा ऐसा नहीं लगता है। लंबी अवधि के लिए देखना होगा कि बिजनेस और अर्निंग टेलिकॉम सेक्टर में कैसे आगे चल रहे हैं। अभी वोडाफोन और आइडिया जुड़कर बहुत बड़ी कंपनी बनेगी , जिसका टेलीकॉम मार्केट में 42 फीसदी मार्केट शेयर होगा।
मर्जर के बाद आइडिया का बैलेंसशीट भी अच्छा हो जाएगा। देश में अब 3 बड़ी टेलीकॉम कंपनियां हैं, जिनमें डेटा और वॉयस को लेकर टेलीकॉम प्राइसिंग वॉर बढ़ेगा। आइडिया, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल इन तीनों के बीच में अब मार्केट शेयर के लिए काफी बड़ा संघर्ष होगा ऐसी उम्मीद है। रिलायंस ऐसी कंपनी है जो दूसरी या तीसरी पोजिशन पर आराम से बैठने वाली नहीं है। शेयर होल्डर्स के लिए अगले 4-5 तिमाही में बहुत ज्यादा रिटर्न आने की उम्मीद नहीं है। कंपनियां अपने मार्केट शेयर के ऊपर ज्यादा फोकस करेंगी।